सर्वप्रथम मै बधाई देता हूँ प्रो पवन मिश्र जी और राजेश विश्नोई जी को जिन्होंने गुंडों मवालियों की धमकियों की परवाह किये बिना निर्भीकता के साथ सी एस जी एम् विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में होने वाली धांधलियों को उजागर किया.यूनिवर्सिटी की परीक्षाये २५ मार्च से प्रारंभ हुयी थी और २६ मार्च के अख़बार में नक़ल मुक्त परीक्षा के दावे किये गए थे जबकि वास्तविकता ठीक इसके उलट थी. पहले से ज्यादा नक़ल हो रही थी और भी तमाम विसंगतिया व्याप्त थी. इस मुद्दे को के बी ए ने गंभीरता से लेते हुए इसके विरुद्ध अभियान शुरू किया ३१ मार्च को लिखी पोस्ट पर मीडिया से लेकर प्रशासन में हडकंप मच गया. राजेश जी को लगातार धमकिया व प्रलोभन दिया गया लेकिन वह जरा भी विचलित नही हुए पवन मिश्र जी ने कानपुर में लोगो को गोलबंद करके (इस क्रम में वी डी पाण्डेय का नाम उल्लेखनीय है ) लड़ाई को और धारदार बनाया. नतीजा सामने आ गया. विश्वविद्यालय सही ट्रैक पर आने लगा.उड़नदस्तो की वसूली सार्वजनिक होने से इन दस्तों की पिटाई होने लगी इस चक्कर में उड़नदस्ते में शामिल वी पी सिंह ,डॉ आलोक डॉ अनिल कुमार की थप्पड़ो से पिटाई की गयी.(देखें अमर उजाला आज दैनिक जागरण ९ अप्रैल ). कुलपति के बीचबचाव के बाद स्थिति सम्भली.अब इस ब्लॉग का दूसरा असर देखिये वी जी एम् महाविद्यालय दिबियापुर जिन छात्रो को जांच पत्र नही दिए गए थे उनसे कहा गया था की कापी नंबर कागज पर लिख ले,उन छात्रो को ७ अप्रिल को जांच पत्र दे दिए गए.
भ्रष्टाचार के विरुद्ध युद्ध जारी रहेगा और जीत सत्य की होगी
कानपुर ब्लागर्स असोसिएसन के इस जज्बे और हिम्मत को सलाम
धन्यवाद सूर्यभान जी
जवाब देंहटाएंब्लागर्स की आवाज बड़ी दूर तक जाती है. राजेश विश्नोई जी का वर्क शानदार है मै तो बस धार देने की कोशिश कर रहा हूँ
यत्र तत्र सर्वत्र के बी ए
बढ़िया है , भ्रष्टाचार का मुखौटा उतारने के लिए सुँदर और सफल प्रयास .
जवाब देंहटाएंलड़ाई जारी रहनी चाहिए अंतिम लास्ख्य तभी प्राप्त होगा| बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया।
जवाब देंहटाएंशिवलोक स्नातकोत्तर महाविद्यालय मेहरबान सिंह का पुरवा कानपुर में बोल बोल कर नक़ल करायी जा रही है ...मेहरबान सिंह का पुरवा कानपुर के सुखराम सिंह यादव के कालेज नक़ल के बड़े अड्डे मात्र है.सुखराम सिंह यादव के दर से कोई भी वहा नक़ल पकड़ने नहीं जाता है ... विश्वास न हो तो कापिया मिला कर देख ली जाये ... सब दूध का धुध पानी का पानी हो जायेगा
जवाब देंहटाएंशिवलोक स्नातकोत्तर महाविद्यालय मेहरबान सिंह का पुरवा कानपुर में बोल बोल कर नक़ल करायी जा रही है ...मेहरबान सिंह का पुरवा कानपुर के सुखराम सिंह यादव के कालेज नक़ल के बड़े अड्डे मात्र है.सुखराम सिंह यादव के दर से कोई भी वहा नक़ल पकड़ने नहीं जाता है ... विश्वास न हो तो कापिया मिला कर देख ली जाये ... सब दूध का धुध पानी का पानी हो जायेगा सुखराम सिंह यादव के में ह रबान सिंह का पुरवा कानपुर के सभी कालेजों के टीचर्स के अनुमोदन भी ९० प्रतिशत फर्जी हैं ...स्ववित्त पोषित कालेजों में सबसे भ्रस्त कालेज मेहरबान सिंह का पुरवा कानपुर के कालेज हैं ...सबसे भ्रस्त मालिक सुखराम सिंह यादव है . university ke log bhi isme mile huye hai
जवाब देंहटाएंनरेन्द्र द्विवेदी , विनय त्रिवेदी , डॉ आर .के .सिंह dbs ,
डा एम ० पी० गुप्ता अर्मापुर , ये सब इस भ्रस्ताचार को बढ़ाने वाले मुख्य लोग है ... ये लोग शिक्षक राजनीति के नाम पर पैसा बना रहे है ... यह सब शिक्षा माफिया है ..
कानपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध स्ववित्तपोषी विद्यालय क्या है? काले धन को सफेद बनाने कि एक प्रक्रिया और ये उन्हीं के हैं जिनकी विश्वविद्यालय में गहरी पैठ है. ..इनमें प्रवेश और इनकी डिग्री भी पैसे से ही खरीदी और बेचीं जाती है. बस प्रवेश और परीक्षा शेष से कोई मतलब नहीं . पास होनेकी भी पूरी गारंटी. और क्या प्रमाण चाहिए.? बी एड के कॉलेज सबसे अधिक हो रहे हैं क्योंकि येन केन प्रकारेण बी एड और फिर विशिष्ट बी टी सी में नौकरी बस पूरा जीवन संवर गया. इसी लिए बी एड का सबसे अधिक फायदे वाला धंधा है. ..........
जवाब देंहटाएंdr pratibha singh thanks for support but if you really want to remove corruption kindly come infront and send your e mail id with designation adress
जवाब देंहटाएंDR M P GUPTA ME GUPTA GALAT CHHAPA HAI DR M P SINGH SAHI HAI
जवाब देंहटाएंMR V D PANDEY BEWARE
Bahut khub, achha tarika hai, Bloger Jindabad.
जवाब देंहटाएंवाह!!! बहुत बढ़िया प्रयास... शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंसूर्यभान जी बधाई हो।
जवाब देंहटाएंsahgal khud hi bhrasht hai .ye baat is se sabit hoti hai.
जवाब देंहटाएंyaha esa hi hota hai.Gulab Singh Mahavidhyalaya se mai B.Sc.kar rahi hu.Ye ek esa mahavidhyalaya hai jaha jam ke nakal ho rahi hai.yaha udan daste ke liye noto ki gaddiya rakhi rahti hai.uddan daste aate hai aur not le kar chale jaate hai.
जवाब देंहटाएंmere sath dhoka kiya gya hai.maine VGM dibiyapur se private B.A. ka Exam diya hai.Exam khatm ho gya,yaha regular ke students se kah diya gya ki dress code me aanaa jo nahi aayega use punish kiya jayega.isake pichhe ye uddeshy tha ki dono prakar ke students me pahchaan ki jaa sake aur regular ke students nakal kar sake aur hua bhi esa.ham sabhi private ke students inka muh dekhte the aur ye regular ke students jam ke nakal karte the.saboot ke liye essay notes,grantham,aur university gas paper ke answer ke milan regular ke students ki copy se kar le.
जवाब देंहटाएंis baar sahgal sir ne bta diya ki bhedbhav kaise kiya jata hai.aap ne dono ke exam sath sath karaa kar bhedbhav ki sthiti ko sharshaya hai aur btane ka prayas kiya hai ki regular study karo to jam ke nakal milegi aur agar private pathoge to nakal nahi milegi.
जवाब देंहटाएंकानपूर ब्लोगर्स असोसिएसन ब्लॉग के लोग कायर है .... इसी लिए मेरी सच्ची बात ब्लॉग से मिटा दिए है ...
जवाब देंहटाएंफालतू बकवास लिख रहे है ....... सच्ची बात समाज के सामने न आने देना भी नीचता ही है ...आप सब लोग पहले अपने आप को देखिये फिर समाज सुधर की बात करिए .... और चूड़ियाँ भी पहन लीजिये
डॉ आर ० के ० सिंह (dbs ) ,डॉ ऍम ० पी0 सिंह अर्मापुर कॉलेज, डा ० निरंजन सिंह मंधना ,डा ० अलोक सिंह (dbs ) ये सभी शिक्षक राजनीति के नाम पर मॉल बना रहे हैं .कानपूर ब्लोगर्स असोसिएसन के लोगों को सच्ची टिप्पड़ियां मिटने में शर्म भी नहीं आई सब की आत्मा मर गयी है .कुलपति जी बधाई के पात्र हैं, burai ke nahi .
जवाब देंहटाएं. एस ० एस ० डिग्री कालेज मेहरबान सिंह के पुरवा कानपुर वाले स्कूल में बोल बोल कर नक़ल करायी जा रही है ...और आप मेरे कमेंट्स मिटा कर ...सिर्फ कुलपति पर निशाना कर रहे है ...कम से कम यह बन्दा मूल्यांकन में नंबर बढ़ाने के धंधे को रोकने का एक प्रयास तो कर रहा है ... जिससे बाबुओं और टीचरों की काली कमाई रुकेगी .. और पात्र छात्र ही आगे आ सकेंगे .
Dr.Pratibha Singh ji aap ke aarop bebuniyaad hai.Kanpur blogers assosiation ke log kayar nahi hai.agar esa hota to mai apni jaan aur job dono dav par nahi lagaata.aap ko sharm aani chahiye esaa likhate huye.aap ne kam se kam ek baar gambhirta se sochaa hota to aap esa comments na karti.sach baat to ye hai ki aap jaise log hi ham jaise logo par bebuniyaad aarop lagaa kar ham logo ka manobal giratie hai aur aap vahi kaam kar rahe hai.
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