कानपुर ब्लोगर्स असोसिएशन "Kanpur Bloggers Association"

कानपुर मात्र उद्योगों से ही सम्बंधित नहीं है वरन यह अपने में विविधता के समस्त पहलुओ को समेटे हुए है. यह मानचेस्टर ही नहीं बल्कि मिनी हिन्दुस्तान है जिसमे उच्चकोटि के वैज्ञानिक, साहित्यकार, शिक्षाविद राजनेता, खिलाड़ी, उत्पाद, ऐतिहासिकता,भावनाए इत्यादि सम्मिलित है. कानपुर ब्लोगर्स असोसिएसन कानपुर के गर्भनाल से जुड़े इन तथ्यों को उकेरने सँवारने पर प्रतिबद्धता व्यक्त करता है इसलिए यह निदर्शन की बजाय समग्र के प्रति समर्पित है.

मंगलवार, 7 मई 2013

कृपया चित्र देखें

ये चित्र मेरे गांव के एक मंदिर में रक्खी खंडित मूर्ति के है . देखने से ये मूर्ति प्राचीन प्रतीत होती है , अगर किसी मित्र को इस प्रकार की मूर्तियों के बारे में कुछ जानकारी हो तो जरुर कमेंट करें.


Add caption
प्रस्तुतकर्ता AMAN MISHRA पर 7:25 pm
इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें!Twitter पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करेंPinterest पर शेयर करें

कोई टिप्पणी नहीं:

टिप्पणी पोस्ट करें

नई पोस्ट पुरानी पोस्ट मुखपृष्ठ
सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom)

योगदानकर्ता

  • ABHISHEK MISHRA
  • AMAN MISHRA
  • Aditya Tripathi
  • Anusuyya
  • Dr Kiran Mishra
  • Harshkant tripathi"Pawan"
  • PAWAN VIJAY
  • SURYABHAN CHAUDHARY
  • Tarinee
  • अनूप शुक्ल
  • कानपुर ब्लोगर्स असोसिएसन
  • गोविन्द नारायण "शांडिल्य "
  • दीप
  • दीपक कुमार मिश्र
  • रेखा श्रीवास्तव
  • सागर
  • ashish
  • matihindimasikblogspot.com
  • palash
  • priyadarshini
  • rajesh vishnoi
कानपुर ब्‍लॉगर्स असोसिएशन के सदस्य बन कानपुर की आवाज़ को बुलंद करें.

साथीगण

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

दृश्य संख्या

लोकप्रिय पोस्ट

  • छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर विश्वविद्यालय: भ्रष्ट विश्वविद्यालय
    कानपुर विश्वविद्यालय:भ्रष्ट विश्वविद्यालय दिनांक २५ मार्च से कानपुर विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रारंभ हुयी जिसमे पहला पेपर कला स्नातक संकाय क...
  • नेताजी को गुमनामी किसने बनाया? गुमनामी बाबा नेहरू समेत मित्र राष्ट्रो का गढा गया किरदार.
    इस फोटो मे ध्यान से देखिये नेहरू के शव के पास खडे सुभाष चन्द्र बोस: अब इस चित्र मे कितनी सच्चाई है शोध का विषय है किंतु यह तो तय ही है क...
  • अपना शहर
    अजनबी शहर में अपना शहर याद आया उसकी हर गली हर एक मोड याद आया जब देखा गली में बच्चों को खेलते क्रिकेट   फिर सुनी अपने ही शीशे के टूटने की ...
  • a( matihindimasikblogspot.com): एक मात्र सत्य
    a( matihindimasikblogspot.com): एक मात्र सत्य: कल तक इन वाणों  की नोकों से सहस्त्र -सहस्त्र शत्रु -सिर छेदे थे कल तक इस धनु  प्रत्यंचा ...
  • कनपुरिया चटखारा ... आह क्या कहने
    आप हिंदुस्तान की कितनी ही जगहों की मिठाई और चाट खाए  हो लेकिन  जो मजा कानपुर की  मिठाइयो और चाट  को चाटकर खाने में है वह ना तो बंबई में मिल ...
  • कानपुर कनकैया जहां बहती गंगा मैया
    ज्यादा दिन नही हुये जब कानपुर "मैनचेस्टर आफ इंडिया" कहलाता था.यहां दिनरात चलती कपङे की मिलों के कारण.आज मिलें बंद है और कानपुर फि...

ब्लाग पुरालेख

  • ►  2018 (2)
    • ►  नवंबर (1)
    • ►  अक्तूबर (1)
  • ►  2017 (1)
    • ►  फ़रवरी (1)
  • ►  2016 (2)
    • ►  अगस्त (1)
    • ►  जनवरी (1)
  • ►  2015 (1)
    • ►  मार्च (1)
  • ►  2014 (9)
    • ►  सितंबर (3)
    • ►  मई (1)
    • ►  अप्रैल (4)
    • ►  जनवरी (1)
  • ▼  2013 (32)
    • ►  दिसंबर (1)
    • ►  नवंबर (3)
    • ►  अक्तूबर (3)
    • ►  सितंबर (2)
    • ►  जुलाई (1)
    • ►  जून (2)
    • ▼  मई (5)
      • अबाधित धार हो प्रभु स्नेह की तुम : तारिणी
      • सफ़र
      • शिक्षा के इस बलात्कार की ओर हमारे युवा मुख्यमंत्र...
      • बच्चो पर अब तो रहम करें ...
      • कृपया चित्र देखें
    • ►  अप्रैल (5)
    • ►  मार्च (2)
    • ►  फ़रवरी (3)
    • ►  जनवरी (5)
  • ►  2012 (61)
    • ►  दिसंबर (13)
    • ►  नवंबर (20)
    • ►  अक्तूबर (7)
    • ►  सितंबर (1)
    • ►  अगस्त (2)
    • ►  जुलाई (2)
    • ►  जून (4)
    • ►  मई (4)
    • ►  अप्रैल (1)
    • ►  फ़रवरी (3)
    • ►  जनवरी (4)
  • ►  2011 (72)
    • ►  दिसंबर (1)
    • ►  नवंबर (4)
    • ►  अक्तूबर (3)
    • ►  सितंबर (3)
    • ►  जुलाई (1)
    • ►  जून (2)
    • ►  मई (5)
    • ►  अप्रैल (14)
    • ►  मार्च (19)
    • ►  फ़रवरी (13)
    • ►  जनवरी (7)
  • ►  2010 (9)
    • ►  दिसंबर (5)
    • ►  नवंबर (4)

लेबल

अमन (1) आंसू (1) आदि माता मनु (1) आम आदमी पार्टी (1) उच्च शिक्षा (1) उद्द्योग (1) ओमेन्द्र भारत् (2) कनपुरिया साहित्य (2) कमाल कानपुर (1) कसाब दीपक मिश्र (1) कागज की किश्ती (1) कानपुर (1) कानपुर एंथेम् (1) क्यो (1) गणेश शंकर विद्यार्थी और उनका बलिदान (1) गिरीश त्रिपाठी (5) गुमनामीबाबा (1) गौरैया (1) चुनाव (1) जीत (1) डा अम्बेडकर (1) तारिणी (2) तालिबान (1) तुम (1) दीपक कुमार (1) नवभारत टाईम्स (1) नारी विमर्श (1) निशा (1) नेताजी (1) नेहरू (1) परिवर्तन (1) पवन कुमार मिश्र (1) पिताजी (1) प्यार् (1) प्रताप (1) प्रवीन (1) प्रारब्ध कर्म प्रकृति (1) प्रेम (1) फर्जी अनुमोदन (1) बरसात (1) बलई काका (1) बादल (1) बुर्का (1) बेचैनी (1) भारत पुनर्निमाण दल (1) भ्रूण हत्या (1) मतदान और मतदाता (1) मन्दिर मे अंग्रेज (1) महात्मा गाँधी और मार्टिन लूथर किंग (1) महाप्राण निराला (1) माटी (7) मुंशी प्रेमचन्द (1) मुस्लिम जुबली गर्ल्स इंटर कॉलेज (1) याद (1) राम (1) विद्यार्थीजी (1) शहर (1) शांडिल्य की गीतांजलि (1) श्री ए नागराज (1) समर वेकेशन् (1) सम्वत्सर 2070 (1) सामूहिक nakal kanpur university rajesh (1) साहित्य (2) स्पार्टा एथेंस् (1) स्व (1) हिन्दी दिवस (1) हिन्दी साहित्य इतिहास लेखन (1) alok chantia (1) aman (3) anna hazare (1) aprna tripathi (1) award (1) bloggers association (1) bulb (1) corruption in csjm university (2) deepawali (1) election 2014 (1) election 2017 (1) emotion (1) Girish Tripathi (4) hbti (1) k i t . kulgeet (1) kahani (1) kanpur (2) kanpur kosminar (1) kanpur sikandara (1) kanpur song (1) kanpur universty (2) kanpur vidyarthi ji history (1) KBA in News Paper (1) lawani (1) little effort csjm kanpur (1) mahima (1) NDTV (1) NEW YEAR (1) pyar kavi kiran pawan (1) Rape of Education (1) rasool ahmad sagar (1) samuhik nakal kanpur university rajesh (1) shambhu Ratan Tripathi (1) spairrow (1) story (1) teacher vs peon (1) value crisis (1)
www.hamarivani.com
तस्वीर वाली खिड़की थीम. Blogger द्वारा संचालित.