कानपुर मात्र उद्योगों से ही सम्बंधित नहीं है वरन यह अपने में विविधता के समस्त पहलुओ को समेटे हुए है. यह मानचेस्टर ही नहीं बल्कि मिनी हिन्दुस्तान है जिसमे उच्चकोटि के वैज्ञानिक, साहित्यकार, शिक्षाविद राजनेता, खिलाड़ी, उत्पाद, ऐतिहासिकता,भावनाए इत्यादि सम्मिलित है. कानपुर ब्लोगर्स असोसिएसन कानपुर के गर्भनाल से जुड़े इन तथ्यों को उकेरने सँवारने पर प्रतिबद्धता व्यक्त करता है इसलिए यह निदर्शन की बजाय समग्र के प्रति समर्पित है.
मंगलवार, 26 जून 2012
सोमवार, 25 जून 2012
शनिवार, 23 जून 2012
निशा से.. तारिणी अवस्थी की कानपुर ब्लागर्स असोसिएसन पर प्रथम रचना: स्वागत्
हे निशे! कितनी विचित्र!
वर्षों से रोज़ मुझको कहीं
बहका के ले जाती हो तुम |
एकांत है चहु और
हम ही हैं प्रकाशित इस समय |
व्याप्त हो हर वास्तु में तुम
दृश्य में, अदृश्य में |
स्वयं रहती हो मगर
अदृश्य सुदृढ़-निश्चयेन |
औ' तुम्हारा मौन
आकृष्ट मुझको नित्य करता |
स्वर नहीं सुन पा रही हूँ
देख भी सकती नहीं,
लेकिन अगर इस सृष्टि में
बस एक तुम हो और मैं,
सोचती हूँ ठीक हो |
संचार होता है ह्रदय में
शक्ति का तव शांति से |
तव उपस्थिति से नहीं
एकांत में व्यवधान पड़ता,
अपितु यह एकांत कुछ
अधिक सुन्दर हो गया!
रातभर जागकर जभी
लगता है मनो कुछ कहें,
लो भाग निकलीं यों ही तुम
मैं रह गयी अवाक ही |
नींद से बोझिल नयन से,
देख मैं हूँ पा रही,
सूर्या की किरणों को आते,
बल्ब को कुछ क्षीण करते |
...... तारिणी अवस्थी
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