कानपुर मात्र उद्योगों से ही सम्बंधित नहीं है वरन यह अपने में विविधता के समस्त पहलुओ को समेटे हुए है. यह मानचेस्टर ही नहीं बल्कि मिनी हिन्दुस्तान है जिसमे उच्चकोटि के वैज्ञानिक, साहित्यकार, शिक्षाविद राजनेता, खिलाड़ी, उत्पाद, ऐतिहासिकता,भावनाए इत्यादि सम्मिलित है. कानपुर ब्लोगर्स असोसिएसन कानपुर के गर्भनाल से जुड़े इन तथ्यों को उकेरने सँवारने पर प्रतिबद्धता व्यक्त करता है इसलिए यह निदर्शन की बजाय समग्र के प्रति समर्पित है.
शनिवार, 25 फ़रवरी 2012
मेरी बारी कब आयेगी ...
लीजिये , इस बार भी विधानसभा के लिए हमारे शहर में मतदान हो गया ...इस बार फिर मेरा नाम . मतदाताओं की सूची से नदारद था . मेरा ही क्यूं मेरे पतिदेव समेत बहुत से लोग मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से अपना मत देने से वंचित रह गए ..और उनके बारे में क्या कहें .जो सुबह -सुबह मतदान केंद्र से बैरंग वापिस हुए ..वजह मतदान केंद्र बिना किसी सूचना के स्थानांतरित जो कर दिया गया था ..खैर अच्छी बात रही की मतदाताओं का प्रतिशत बढ़ा .और भी बेहतर होता यदि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में शामिल होते ..
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यह बहुत सोचने वाली बात है कि मतदान प्रतिशत बढा लेकिन बहुत से लोग वोट नही डाल पाये मेरी श्रीमती जी का भी नाम गायब था.
जवाब देंहटाएंदिग्गजों के नाम गायब थे ..हम सब की क्या बिसात ...टिप्पणी के लिए शुक्रिया
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