शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

मेरी बारी कब आयेगी ...

लीजिये , इस बार भी विधानसभा के लिए हमारे शहर में मतदान हो गया ...इस बार फिर मेरा नाम . मतदाताओं की सूची से नदारद था . मेरा ही क्यूं मेरे पतिदेव समेत बहुत से लोग मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से अपना मत देने से वंचित रह गए ..और उनके बारे में क्या कहें .जो सुबह -सुबह मतदान केंद्र से बैरंग वापिस हुए ..वजह मतदान केंद्र बिना किसी सूचना के स्थानांतरित जो कर दिया गया था ..खैर अच्छी बात रही की मतदाताओं का प्रतिशत बढ़ा .और भी बेहतर होता यदि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में शामिल होते ..

2 टिप्‍पणियां:

  1. यह बहुत सोचने वाली बात है कि मतदान प्रतिशत बढा लेकिन बहुत से लोग वोट नही डाल पाये मेरी श्रीमती जी का भी नाम गायब था.

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  2. दिग्गजों के नाम गायब थे ..हम सब की क्या बिसात ...टिप्पणी के लिए शुक्रिया

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