tag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post8203252171815835014..comments2023-10-25T04:26:00.893-07:00Comments on कानपुर ब्लोगर्स असोसिएशन "Kanpur Bloggers Association": ...बसंत बहुत चुभा तभीकानपुर ब्लोगर्स असोसिएसनhttp://www.blogger.com/profile/04062998860340210366noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-17571219372798219672011-03-11T01:36:20.110-08:002011-03-11T01:36:20.110-08:00बहुत सुन्दर.
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पैरों तले जमीन खिसक जाए!
क्...बहुत सुन्दर.<br />---------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">पैरों तले जमीन खिसक जाए!</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">क्या इससे मर्दानगी कम हो जाती है ?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-57036908509045717492011-03-11T00:11:46.371-08:002011-03-11T00:11:46.371-08:00मीनू तो तैयार हो गया , अब दिन तारीख और जगह भी जल्द...मीनू तो तैयार हो गया , अब दिन तारीख और जगह भी जल्दी तय कर ली जाय ।<br />अर मासूम जी बस खाली हाथ न आइयेगा , चाहे बम्बई से आये या जौनपुर से........palashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-43055029151980989242011-03-10T22:06:12.776-08:002011-03-10T22:06:12.776-08:00बेहतरीन रचना। बधाई।बेहतरीन रचना। बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-35434236656306069122011-03-10T21:30:36.345-08:002011-03-10T21:30:36.345-08:00बड़े भाई आशीष राय जी ने कहा है (उनकी टिप्पणी पेस्ट...बड़े भाई आशीष राय जी ने कहा है (उनकी टिप्पणी पेस्ट नही हो रही थी )<br /> "बसंत में परमाणु बम और चाय से काम थोड़े चलेगा , गुझिया और ठंडाई भी होनी चहिये ",PAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-86436207052607941272011-03-10T20:39:01.036-08:002011-03-10T20:39:01.036-08:00पलाश जी मुंबई की तो अफलातून मशहूर है, जौनपुर से आय...पलाश जी मुंबई की तो अफलातून मशहूर है, जौनपुर से आया तो अवश्य लूँगा.<br />.<br />किरण @ भाभी जी चाए के बाद फ़ौरन एटम बम्म से सत्कार. बाप रे लगता है कोई बहुत बड़ी गलती हो गयी है. हा हा हाएस एम् मासूमhttps://www.blogger.com/profile/02575970491265356952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-86996887951860867782011-03-10T20:17:33.613-08:002011-03-10T20:17:33.613-08:00मासूम भैया
आपने मेरी कविता को पवन जी समझा
मेरे ...मासूम भैया <br />आपने मेरी कविता को पवन जी समझा<br />मेरे लिए इससे बड़ा कम्प्लिमेंट और क्या हो सकता है <br />चाय तो पक्की है ही <br />साथ में सुजानगंज का एटम बम्म भी <br />स्पेशल मंगवा कर रख लेगेDr Kiran Mishrahttps://www.blogger.com/profile/15153901070894116636noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-90714657487207056862011-03-10T20:04:09.028-08:002011-03-10T20:04:09.028-08:00सब ऋतुओ से न्यारा बसंत . सारे जग का प्यारा बसंत
...सब ऋतुओ से न्यारा बसंत . सारे जग का प्यारा बसंत <br /><br />कोमल पत्तों से सज आता ,फूलों का निज हार सजाता <br /><br />प्रेमी जन के मन को भाता कण कण में मधु रस भर जाताramjihttps://www.blogger.com/profile/10938074818139593340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-74200203756028874432011-03-10T08:46:43.365-08:002011-03-10T08:46:43.365-08:00अच्छा प्रयास है .
मासूम साहब जब आइयेगा तो इमरती ल...अच्छा प्रयास है .<br />मासूम साहब जब आइयेगा तो इमरती लेते आइयेगा ।palashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-6470604641836913072011-03-10T07:32:44.932-08:002011-03-10T07:32:44.932-08:00एक बार हस्ते हस्ते
घर को आयी थी मै
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लगता है भाभी...एक बार हस्ते हस्ते<br />घर को आयी थी मै <br />.<br />लगता है भाभी जी ने लिखा है. आप से भी एक क़दम आगे.<br />.<br />अब तो चाए पक्की है नाएस एम् मासूमhttps://www.blogger.com/profile/02575970491265356952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-69081656045107364352011-03-10T07:25:03.314-08:002011-03-10T07:25:03.314-08:00तुमसे बिछुड़ के पगडंडियों से
न जाने कहाँ
चली थ...तुमसे बिछुड़ के पगडंडियों से<br />न जाने कहाँ <br />चली थी मै<br />कटीली झाड़ी ने दामन थामा था मेरा <br />बसंत बहुत चुभा तभी <br />.<br />वाह पवन जी कमल का लिखते हैंएस एम् मासूमhttps://www.blogger.com/profile/02575970491265356952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8088792031382228442.post-91817790867191608102011-03-10T06:51:33.787-08:002011-03-10T06:51:33.787-08:00कटीली झाड़ी ने दामन थामा था मेरा
बसंत बहुत चुभा ...कटीली झाड़ी ने दामन थामा था मेरा <br />बसंत बहुत चुभा तभी<br /> सुन्दर अभिव्यक्ति ,बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.com